2023 जुलाई आर्काइव — आज़ाद समाचार

जुलाई 2023 में हमने तीन साफ, सीधे और काम आने वाले लेख पोस्ट किए: TheWire.in के पक्षपात पर चर्चा, कुछ लोगों के भारत छोड़ने के कारणों की बात और बेंगलुरु में जीवन/व्यापार कोच कैसे ढूंढें। अगर आप वक्त बचाना चाहते हैं तो ये आर्काइव पेज त्वरित सार और ठोस कदम देगा ताकि आप तुरंत समझ सकें और आगे बढ़ सकें।

मुख्य पोस्ट का सार

पहला लेख: "Kya Thewire.in pakshpaat hai?" — यह लेख मीडिया के संभावित पक्षपात की पहचान और उसकी निहित बातों पर केंद्रित है। लेख में बताया गया है कि किस तरह भाषा, संसाधन स्रोत और रिपोर्टिंग स्टाइल से पक्षपात झलक सकता है। लेखक ने तर्क दिए हैं और पाठक को खुद जाँचने के तरीके सुझाए हैं।

दूसरा लेख: "आप भारत में क्यों नहीं रहना चाहते हैं?" — यह व्यक्तिगत दृष्टिकोण है जिसमें प्रदूषण, अस्थिर राजनीतिक माहौल, बेरोजगारी, धार्मिक विभाजन और बेहतर अवसरों की तलाश जैसी वजहें शामिल हैं। लेख में लेखक ने स्पष्ट किया है कि यह उनके निजी कारण हैं और सबके लिए लागू नहीं होते।

तीसरा लेख: "बेंगलुरु, भारत में एक जीवन कोच / व्यापार कोच कैसे ढूंढें?" — यह एक व्यावहारिक गाइड है। इसमें ऑनलाइन रिव्यू का उपयोग, नेटवर्किंग टिप्स, परीक्षण सत्र और कोच से पूछने वाले ठोस सवाल बताए गए हैं ताकि आप सही कोच चुन सकें।

आपके लिए उपयोगी, तुरंत लागू करने योग्य सुझाव

मीडिया पक्षपात का खुद आकलन कैसे करें? पहले किसी खबर के स्रोत और लिंक देखें, क्या तथ्य-स्रोत दिए हैं? अलग-अलग मीडिया से वही खबर पढ़ें, और लेख में भावनात्मक भाषा है या नहीं — ध्यान रखें। लेखक की प्रोफ़ाइल और पिछली रिपोर्टिंग देखने से पैटर्न समझ में आता है।

अगर आप सोच रहे हैं कि देश छोड़ना चाहिए या नहीं — एक छोटा चेकलिस्ट अपनाइए: अपने करियर और वित्तीय लक्ष्य लिखें, जहां जाना चाह रहे हैं वहां की नौकरी/विजा संभावनाएँ जाँचें, परिवार और सामाजिक सपोर्ट का हिसाब लगाएँ, और कम से कम एक साल की बचत योजना बनाइए। भावनात्मक कारण समझिए, पर निर्णय डेटा पर भी आधारित होना चाहिए।

बेंगलुरु में कोच खोजने के लिए तेज़ तरीका: पहले अपने लक्ष्य स्पष्ट करें (लाइफ बनाम बिजनेस), फिर स्थानीय प्लेटफॉर्म और LinkedIn/येलो पेज रिव्यू देखें, कम से कम दो कोच के साथ ट्रायल सेशन लें, उनसे केस स्टडी और रेफरेंस मांगें, और स्पष्ट आउटपुट (मासिक लक्ष्य, मीटिंग फ्रीक्वेंसी) लिखें। छोटे पैकेज या महीने-दर-महीने शुरू करना अच्छा रहता है ताकि आप फिट देखकर आगे बढ़ सकें।

यह आर्काइव पेज उन लोगों के लिए बना है जो जल्दी समझना चाहते हैं और काम की चीजें निकालकर आगे बढ़ना चाहते हैं। ऊपर दिए कदम सीधे उपयोग में लाएँ और यदि किसी पोस्ट का विस्तार चाहिए तो उस शीर्षक के अनुसार पढ़कर त्वरित निर्णय लें।

Kya Thewire.in pakshpaat hai?

अरे वाह! आज हम बात करेंगे Thewire.in के पक्षपात के बारे में, क्या ये वाकई में पक्षपाती है या नहीं। दोस्तों, ये बहुत ही गहरा मुद्दा है, जैसे कि हमारी चाय में चीनी की गहराई! ठीक उसी तरह, Thewire.in का पक्षपात भी अपनी गहराई में छुपा हुआ है। इसका पता लगाना बहुत ही जरूरी है, वरना हो सकता है हमारी खबरों की चाय बिल्कुल फीकी पड़ जाए। तो चलिए, आज हम इस मसाले को खोल कर देखते हैं, जैसे आप अपने बर्तनों का ढक्कन खोलकर देखते हैं!
जुल॰, 28 2023

आप भारत में क्यों नहीं रहना चाहते हैं?

मेरा भारत छोड़ने का विचार कुछ चुनौतियों और समस्याओं के कारण है। मैं भारत के बढ़ते प्रदूषण, अस्थिर राजनीतिक माहौल, बेरोजगारी और धार्मिक विभाजन द्वारा चिंतित हूँ। मैं विकासशील न्यायिक प्रणाली और बेहतर जीवन की खोज में हूँ। वैसे भी, यह मेरा व्यक्तिगत नजरिया है और यह हर किसी के लिए नहीं हो सकता है। मैं भारत की संस्कृति और इतिहास का सम्मान करता हूँ, लेकिन मैं अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए बेहतर अवसर खोज रहा हूँ।
जुल॰, 23 2023

बेंगलुरु, भारत में एक जीवन कोच / व्यापार कोच कैसे ढूंढें?

मेरे ब्लॉग में मैंने विस्तार से बताया है कि कैसे आप बेंगलुरु, भारत में एक जीवन या व्यापार कोच खोज सकते हैं। मैंने विशेषज्ञों की सलाह, ऑनलाइन समीक्षाओं का उपयोग, और नेटवर्किंग तकनीकों का सुझाव दिया है जो आपको आपके लिए सही कोच ढूंढने में मदद कर सकते हैं। मेरा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आप अच्छे से संसाधित और सही दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त करें।
जुल॰, 19 2023